हिंदी व्याकरण में हमें भाषा के बारे में तथा उससे सम्बंधित अन्य चीज़ों के बारे में जानकारी दी जाती हैं। कुछ लोगों को उसके बारे में स्मरण रहता हैं और कुछ लोग भूल जाते हैं। हिंदी व्याकरण में हमें भाषा के व्याकरण में से संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, वाक़्य, अलंकार, अव्यय, मुहावरे, शब्दावली जैसे और भी बहुत कुछ सिखने को मिलता हैं।
आज हम इस पोस्ट में आपको शब्दों के भेदों में से एक भेद ‘पर्यायवाची शब्द’ के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। जिसकी सहायता से आप पर्यायवाची शब्दों के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। पर्यायवाची शब्द हिंदी व्याकरण के दृष्टिकोण से एक महत्वपूर्ण कण है। यह आपको शब्दों को समझने में बड़ी सहायता करेगी। तो चलिए, निचे दिए गए जानकारी में से पर्यायवाची शब्दों को और भी बारीकी से पढ़ते और समझते हैं।
पर्यायवाची शब्द की परिभाषा
पर्यायवाची शब्द ऐसे शब्दों को कहा जाता हैं जिन शब्दों का अर्थ किसी दूसरे शब्दों के सामान होने के कारण उन्हें उनके जगह पर भी उपयोग किया जाता हैं।
सामान अर्थ वाले शब्दों को (समानार्थ शब्द) हम पर्यायवाची शब्द अथवा समानार्थक शब्द कहते हैं।
पर्यायवाची शब्दों की सूचि
निचे कुछ पर्यायवाची शब्दों की सूचि दी गयी हैं, जो आपको इन शब्दों के बारे में गहन जानकारी करेंगे।
‘अ से औ’ तक पर्यायवाची शब्द
- अंकुश – नियंत्रण, पाबंदी, रोक, अंकुसी, दबाव, गजांकुश, हाथी को नियंत्रित करने की कील, नियंत्रित करने या रोकने का तरीका।
- अंतरिक्ष – खगोल, नभमंडल, गगनमंडल, आकाशमंडल।
- अंतर्गत – शामिल, सम्मिलित, भीतर आया हुआ गुप्त।
- अंतर्धान – गायब, लुप्त, ओझल, अदृश्य।
- अंधकार – तम, तिमिर, अँधेरा, अँधियारा, ध्वांत, तमिस्र, तमस।
- अंधा – नेत्रहीन, चक्षुहीन, विवेकशून्य, दृष्टिहीन।
- अंबर – आकाश, आसमान, गगन, फलक, नभ।
- अंबा – माता, जननी, मां, जन्मदात्री, प्रसूता।
- अकाल – सूखा, दुर्भिक्ष, भुखमरी, कमी, काळ (राजस्थानी)।
- अक्षर – हरफ, ब्रह्म, अ आदि वर्ण, अविनाशी।
- अग्नि – आग, अनल, पावक, वह्नि, ज्वाला, कृशानु, वैश्वानर, धनंजय, दहन, सर्वभक्षी, जातवेद, हुताशन, हव्यवान, ज्वलन, शिखा, वैसन्दर, रोहिताश्व, कृपीटयोनि, तनूनपात, शोचिष्केनश, उषर्बुध, आश्रयाश, वृहदभानु, वायुसख, चित्रभानु, विभावस्, शुचि, अप्पिन्त।
- अचल – अडिग ,अटल ,स्थिर ,दृढ, अविचल।
- अजेय – अदम्य, अपराजेय, अपराजित, अजित।
- अतिथि – मेहमान, पाहुना, आगंतुक, अभ्यागत, बटाऊ।
- अधर्म – पाप ,अनाचार, अनीत, अन्याय, अपकर्म, जुल्म।
- अधिकार – हक, स्वामित्व, स्वत्व, कब्जा, आधिपत्य।
- अध्यापक – गुरु, आचार्य, शिक्षक, प्रवक्ता, उपाध्याय।
- अनाज – अन्न, धान्य, खाद्यान्न, शस्य, गल्ला।
- अनाथ – यतीम, नाथहीन, बेसहारा, दीन, निराश्रित।
- अनार – शुकप्रिय, रामबीज, दाड़िम।
- अनुचर – भृत्य, किँकर, दास, परिचारक, सेवक।
- अनुपम – अनूप, अपूर्व, अतुल, अनोखा, अद्भुत, अनन्य, अद्वितीय, बेजोड़, बेमिसाल, अनूठा, निराला, अभूतपूर्व, विलक्षण।
- अनुमति – इजाजत, आज्ञा, अनुज्ञा, मंजूरी, स्वीकृति।
- अनुमान – अंदाज, तखमीना, अटकल, कयास।
- अन्य – पर, भिन्न, पृथक, और, दूसरा, अलग।
- अपमान – अनादर, बेइज्जती, अवमानना, निरादर, तिरस्कार।
- अप्सरा – देवांगना, सुरांगना, देवकन्या, सुखनिता, अरुणप्रिया।
- अभिजात – संभ्रान्त, कुलीन, श्रेष्ठ, योग्य।
- अभिप्राय – आशय, तात्पर्य, मतलब, अर्थ, मंशा, व्याख्या, भाष्य, टीकापिप्पणी।
- अमृत – सुधा, पीयूष, अमिय, सोम, सुरभोग, जीवनोदक, अमी, मधु, दिव्य पदार्थ।
- अरण्य – जंगल, अटवी, विपिन, कानन, वन, कान्तार, दावा, गहन, बीहड़, विटप।
- अर्जुन – पार्थ, धनंजय, सव्यसाची, गाण्डीवधारी।
- अलंकार – आभूषण, भूषण, विभूषण, गहना, जेवर।
- अवनति – अपकर्ष, ह्रास, गिराव, उतार।
- अशुद्ध – दूषित, अपवित्र, मलिन, गंदा, गलत।
- अश्व – घोड़ा,आशुविमानक, तुरंग, घोटक, हय, तुरंगम, वाजि, सैंधव, रविपुत्र।
- असुर – दैत्य, दानव, राक्षस, निशाचर, रजनीचर, दनुज, रात्रिचर, जातुधान, तमीचर, मायावी, सुरारि, निश्चिर, मनुजाद।
- अस्त – ओझल, गायब, छिपना, तिरोहित।
- अहंकार – दर्प, दम्भ, अभिमान, घमण्ड, गर्व, मद, मान।
- आँख – नेत्र, दृग, नयन, लोचन, चक्षु, अक्षि, अंबक, दृष्टि, विलोचन, नजर, अक्ष, चश्म।
- आँगन – अंगना, प्रांगण, बाखर, बगर, अजिर, बाड़ा।
- आँधी – तूफान, चक्रवात, झंझावत, बवंडर।
- आँसू – अश्रु, नयनजल, नेत्रनीर, नैत्रज, दृगजल, दृगम्बु।
- आकाश – नभ, अंबर, व्योम, गगन, अनंत, शून्य, तारापथ, अन्तरिक्ष, दुष्कर, आसमान, महानील, द्यौ, शून्यरव, दिव, अभ्र, सुखर्त्यन्, क्यित, विहायस, नाक, द्युस्।
- आकाश – व्योम, शून्य, गगन, अम्बर, आसमान, अंतरिक्ष, नभ, अभ्र, धौ, अनंत
- आचरण – व्यवहार, चाल–चलन, बरताव।
- आज्ञा – आदेश, निदेश, हुक्म।
- आत्मा – प्राणी, प्राण, जान, जीवन, चैतन्य, ब्रह्म, क्षेत्रज्ञ, सर्वज्ञ, सर्वव्याप्त, विभु, जीव ।
- आदर्श – मानक, प्रतिमान, नमूना, प्रतिरूप।
- आदि – प्रथम, आरम्भिक, पहला, अथ।
- आन – प्रण, प्रतिज्ञा, हठ, शपथ, घोषणा, मर्यादा।
- आनन्द – आमोद, प्रमोद, प्रसन्नता, हर्ष, उल्लास, आह्लाद, मोद, मुद, खुशी, मजा, सुख, चैन, विहार।
- आपत्ति – विपत्ति, आपदा, संकट, मुसीबत।
- आभूषण – जेवर, गहना, भूषण, आभरण, मंडन, अलंकार।
- आम – अतिसौरभ, रसाल, फलराज, आम्र, सहकार, पिकबंधु, च्युतफल ।
- आयु – अवस्था, उम्र, वय, जीवनकाल, वयस्, जिन्दगी ।
- आयुष्मान – चिरंजीव, दीर्घजीवी, शतायु, दाघायु।
- आश्रम – मठ, विहार, कुटी, स्तर, अखाड़ा, संघ
- आश्रय – अवलंब, सहारा, आधार, प्रश्रय, आसरा।
- इंद्र – पुरंदर, शक्र, शचिपति, सुरपति, देवराज, मघवा, देवेश, शतक्रतु, सुत्रामा, वासव, सुरेश, वृहत्रा, अमरपति, पर्वतारि, वीडौजा, कौशिक, शतमन्यु।
- इंद्रधनुष – सूरधनु, इंद्रायुध, शक्रचाप, सप्तवर्ण।
- इंद्राणी – पुलोमजा, शची, इन्द्रा, इंद्रवधू, ऐन्द्री।
- इच्छा – अभिलाषा, आकांक्षा, कामना, चाह, ईप्सा, मनोरथ, ईहा, स्पृहा, उत्कंठा, लालसा, वांछा, लिप्सा, काम, चाव।
- इजाजत – स्वीकृति, मंजूरी, अनुमति।
- इज्जत – मान, प्रतिष्ठा, आदर, आबरू।
- इठलाना – चोंचले करना, नखरे करना, इतराना, ऐंठना, हाव – भाव दिखाना, शान दिखाना, शेखी, मदांध मारना, तड़क – भड़क दिखाना, अकड़ना, मटकाना, चमकाना।
- इत्यादि – आदि, प्रभृति, वगरैह।
- इनाम – पुरस्कार, पारितोषिक, पारितोषित करना, बख्शीश।
- इन्द्र – महेन्द्र, देवराज, देवेश, सुरपति, शचिपति, वासव, पुरन्दर, सुरेन्द्र, सुरेश, देवेन्द्र, मघवा, शक्र, पुरहूत, देवपति, उर्वशीनाथ, सुनासीर, वज्री, वृत्रहा, नाकपति, सलस्राक्ष।
- इलजाम – आरोप, लांछन, दोषारोपण, अभियोग।
- इशारा – संकेत, इंगित, लक्ष्य, निर्देश।
- ईनाम – उपहार, पुरस्कार, पारितोषिक, बख्शीश।
- ईमानदारी – सदाशयता, निष्कपटता, दयानतदारी।
- ईर्ष्या – जलन, डाह, द्वेष, खार, रश्क, कुढ़न।
- ईश्वर – परमात्मा, प्रभु, ईश, जगदीश, भगवान, परमेश्वर, जगदीश्वर, विधाता, दीनबन्धु, जगन्नाथ, हरि, राम, विश्वम्भर।
- उचित – ठीक, मुनासिब, वाज़िब, समुचित, युक्तिसंगत, न्यायसंगत, तर्कसंगत, योग्य।
- उत्तम – श्रेष्ठ, उत्कृष्ट, प्रवर, प्रकृष्ट, बेहतरीन, अच्छा।
- उत्थान – उत्कर्ष, आरोह, चढ़ाव, उत्क्रमण, उन्नति, प्रगति, उन्नयन।
- उत्पत्ति – उद्भव, जन्म, जनन, आविर्भाव ।
- उत्सव – समारोह, पर्व, त्यौहार, जलसा, जश्न।
- उदय – प्रकट होना, आरोहण, चढ़ना।
- उदर – पेट, कुक्ष, जठर।
- उदास – दुखी, रंजीदा, विरक्त, अनमना, अन्यमनस्क।
- उदाहरण – मिसाल, नजीर, दृष्टान्त, कथा – प्रसंग, नमूना, दृष्टांत।
- उद्देश्य – लक्ष्य, ध्येय, हेतु, प्रयोजन।
- उद्यम – साहस, उद्योग, परिश्रम, व्यवसाय, धंधा, कार्य, व्यापार, कर्म, क्रिया।
- उपकार – भेंट, नजराना, भलाई, नेकी, उद्धार, अच्छाई, परोपकार, कल्याण, अहसान, आभार, तोहफा।
- उपदेश – दीक्षा, नसीहत, सीख, शिक्षा, निर्देशन।
- उपमा – तुलना, मिलान, सादृश्य, समानता।
- उपवन – बाग़, बगीचा, उद्यान, वाटिका, पुष्पोद्यान, फुलवारी, पुष्पवाटिका, गुलिस्तान, चमन, गुलशन।
- उपहास – मजाक, खिल्ली, परिहास, मखौल, हास, प्रहसन्न, हँसी, लास।
- उषाकाल – अरुणोदय, प्रातः, प्रभात।
- ऊँट – उष्ट्र, क्रमलेक, मरुयान, लम्बोष्ठ, महाग्रीव।
- एकांत – निर्जन सुनसान शून्य।
- ऐश्वर्य – वैभव, सम्पन्नता, समृद्धि, प्रभुत्व, ठाठ–बाट।
- ओझल – गायब, लुप्त, अदृश्य, अंतर्धान, तिरोभूत।
- ओष्ठ – अधर, रदच्छद, लब, किनारा, होठ, ओँठ।
- ओस – तुषार, हिमकण, शबनम, हिमबिँदु।
- औषधि – दवा, दवाई, भेषज।
‘क से घ’ तक पर्यायवाची शब्द
- कंठ – गला, शिरोधरा, ग्रीवा, गर्दन।
- कनक – कंचन, सुवर्ण, हिरण्य, हेम, हाटक, सोना, स्वर्ण।
- कपड़ा – अंबर, पट, पोशाक, लिबास, दुकूल, परिधान,चीर, वसन, वस्त्र।
- कपूर – घनसार, हिमवालुका।
- कपोत – कबूतर, हारीत, पारावत, परेवा, रक्तलोचन।
- कबूतर – कपोत, हारीत, परेवा, पारावत, रक्तलोचन।
- कमर – कटि, श्रोणि, लंक, मध्यांग।
- कमल – नलिन, अरविन्द, उत्पल, राजीव, पद्म, पंकज, नीरज, सरोज, जलज, जलजात, वारिज, शतदल, अम्बुज, पुण्डरिक, अब्ज, सरसिज, इंदीवर, ताम्ररस, कंज, वनज, अम्भोज, सहस्रदल, पुष्कर, कुवलय, पङ्करुह, सरसीरुह, कोकनद।
- कर – हाथ, हस्त, बाहु, पाणि, भुज।
- करुणा – दया, प्रसाद, अनुग्रह, अनुकंपा, कृपा, मेहरबानी।
- कर्ज – ऋण, उधार, देनदारी, देयता।
- कर्ण – सूर्यपुत्र, राधेय, कौन्तेय, पार्थ, अंगराज, सूतपुत्र।
- कर्तव्य – कर्म, कृत्य, विधेय।
- कलंक – लांछन, दोष, दाग, तोहमत, धब्बा, कालिख पोतना।
- कलश – घट, घड़ा, गागर, गगरी, मटका, घटिका, कुंभ, कुट।
- कली – कलिका, मुकुल, कुडमल, डोंडी, गुंचा, कोरक।
- कल्पवृक्ष – देवदारु, सुरतरु, मन्दार, पारिजात, कल्पद्रुम, देववृक्ष, सुरद्रुम, कल्पतरु।
- कवि – कल्पक, सृष्टा, काव्यकार, रचनाकार।
- कष्ट – दुःख, दर्द, पीड़ा, मुसीबत, व्यथा, कठिनाई, व्याधि, कलेश, विषाद, संताप, वेदना, यातना, यंत्रणा, पीर, भीर, संकट, शोक, श्वेद, क्षोम, उत्पीड़न।
- कस्तूरी – मृगनाभि, मृगमद, मदलता।
- कान – कर्ण, श्रवण, श्रवणेन्द्रिय, श्रोत, श्रुतिपुट, श्रुतिपटल।
- कान्ति – प्रकाश, आलोक, उजाला, दीप्ति, छवि, सुषमा,आभा, प्रभा, छटा, द्युति।
- कामदेव – काम, अनंग, मदन, मनोज, मन्मथ, कन्दर्प, स्मर, रतिपति, पुष्पधन्वी, मयन, मीनकेतु, पंचशर, मकरध्वज, मनसिज, पुष्पशायक, पंचबाण, मनोभव, कुसुमायुध, मार, सारंग, दर्पक, शम्बरारि।
- किताब – पोथी, ग्रन्थ, पुस्तक, गुटका।
- किनारा – तट, तीर, कूल, पुलिन, पर्यंत, बेलातट।
- किरण – रश्मि, कर, मरीचि, मयूख, अंशु, दीधिति, वसु, ज्योति, दीप्ति।
- कुत्ता – सारमेय, सोनहा, शुनक, गंडक, कुकर, श्वान,कुक्कुर।
- कुबेर – धनद, यक्षराज, धनाधिप, यक्षपति, किन्नरेश, राजराज, धनेश।
- कृतज्ञ – आभारी, उपकृत, अनुगृहीत, कृतार्थ, ऋणी।
- कृषक – किसान, हलवाहा, भूमिसुत, खेतिहर, कृषिजीवी, हलधर, अन्नदाता, भूमिपुत्र।
- कृष्ण – श्याम, कन्हैया, वासुदेव, मोहन, राधास्वामी, नंदलाल, मुरलीधर, बनवारी, माधव, मधुसूदन, गिरिधर, गोपाल, गोपीवल्लभ, विश्वंभर, नटवर, गिरधारी, चतुर्भुज, नारायण, जनार्दन, पुरुषोत्तम, अच्युत, गरुड़ध्वज, कैटमारि, घनश्याम, चक्रपाणि, पद्मनाभ, राधापति, मुकुन्द, गोविन्द, केशव।
- केला – कदली, भानुफल, गजवसा, कुंजरासरा, मोचा, रम्भा।
- कौआ – काक, वायस, काण, काग, बलिपुष्ट, करकट,पिशुन।
- क्रूर – निष्ठुर, निर्मोही, बर्बर, नृशंस, निर्दयी।
- क्रोध – गुस्सा, रीस, अमर्ष, रोष, शेष, कोप, कोह, प्रतिघात।
- खिड़की – रोशनदान, बारी, दरीचा, वातायन,गवाक्ष,झरोखा।
- खेल – क्रीड़ा, केलि, तमाशा, करतब।
- गंगा – देवनदी, भागीरथी, सुरसरिता, जाह्नवी, मन्दाकिनी विष्णुपदी, सुरसरि, देवपगा, त्रिपथगा, सुरधुनी।
- गणेश – लंबोदर, एकदंत, मूषकवाहन, गजवदन, गजानन, विनायक, गणपति, विघ्ननाशक, भवानी नंदन, महाकाय, विघ्नराज, मोदकप्रिय, मोददाता
- गदहा – खर, गर्दभ, धूसर, रासभ, बेशर, चक्रीवान्, वैशाखनंदन
- गधा – खर, वैशाखनन्दन, गर्दभ, रासभ, लम्बकर्ण,धूसर।
- गन्ना – ईक्षु, ऊख, ईख, पौंड़ा।
- गरमी – ग्रीष्म, ताप, निदाघ, ऊष्मा।
- गरुड़ – खगेश, खगपति, नागांतक, सुपर्ण, वैनतेय।
- गाय – भद्रा, गौरी, सुरभी, धेनु, गऊ, गौ,गैया, पयसि्वनी,दोग्धी।
- गीदड़ – नचक, शिवां, सियार, जंबुक, श्रृंगाल।
- गुप्त – गूढ़, रहस्यपूर्ण, परोक्ष, छिपा।
- गृह – घर, निकेतन, भवन, आलय,निवास, गेह, सदन, आगार, आयतन, आवास, निलय, धाम।
- गेंद – कन्दुक, गिरिक, गेन्दुक।
- गोद – पार्श्व, अंक, उत्संग, गोदी, क्रोड।
- घड़ा – घट, कलश, कुंभ, घटक, कुट।
- घर – आलय, आवास, गेह, गृह, सदन, निवास, भवन, वास, वास – स्थान, शाला, निकेतन, निलय
- घास – शष्प, शाद, शाद्वल, तृण, दूर्वा, दूब।
- घी – हव्य, अमृतसार, क्षीरसार, आज्य।
- घृणा – अरुचि, नफरत, जुगुप्सा, अनिच्छा, विरति, घिन।
‘च से झ’ तक पर्यायवाची शब्द
- चंदन – श्रीखण्ड, गंधराज, गंधसार,मंगल्य, हरिगंध, मलय, दिव्यगंध, मलयज, दारूसार।
- चंद्र – चाँद, चंद्रमा, विधु, शशि, राकेश, हिमांशु, सुधांशु, सुधाकर, सुधाधर, सारंग, निशाकर, निशापति, रजनीपति,मृगांक, कलानिधि।
- चंद्रमा – सुधाकर, शशांक, रजनीपति ,निशानाथ ,सुधांशु।
- चमक – ज्योति, प्रभा ,शोभा ,छवि, आभा।
- चर्म – खाल, चमड़ी, त्वचा, त्वक्।
- चाँद – चन्द्र, चन्द्रमा, शशि, सोम, विधु, राकेश, शशांक, मयंक, रजनीश, महाताब, तारकेश्वर।
- चाँदनी – चंद्रिका, कौमुदी, हिमकर, अमृतद्रव, उजियारी,ज्योत्स्न्ना, चन्द्रमरीचि, कलानिधि।
- चाँदी – जातरूप, रजत, रुपक, रूपा, कलधौत, रूप्य, खर्जूर।
- चूहा – खंजक, इन्दुर, मूषक, आखु, गणेशवाहन, मूसा।
- चोटी – श्रृंग, कूट, शिखा, शिखर, शीर्ष, चूड़ा।
- चोर – तस्कर, दस्यु, रजनीचर, मोषक, कुंभिल, खनक, साहसिक
- छाछ – गोरस, मठा, दधि स्वेद, मट्ठा।
- छुट्टी – अवकाश, फुर्सत, विश्राम, विराम, रुखसत।
- जगत – विश्व, दुनिया, जगती, संसार, भव, जग, जहान्, लोक।
- जल – वारि, पानी, नीर, सलिल, तोय, उदक, अंबु, जीवन, पय, अमृत, मेघपुष्प।
- जहर – हलाहल, विष, गरल, कालकूट, गर।
- जिह्वा – जीभ, रसज्ञा, रसा, जबान, रसिका, रसना, वाचा।
- जुगनू – प्रभाकीट,पटबीजना।
- झंडा – पताका, केतु, निसान, ध्वज, केतन, वैजयंती।
- झरना – स्रोत, झर, प्रपात, सोता, निर्झर।
- झूठ – मिथ्या, अनृत, मृषा, असत्य।
‘त से न’ तक पर्यायवाची शब्द
- तरकस – तूणीर, निषंग, तूणी, उपासंग, इषुधि।
- तरुण – युवा,जवान, युवक।
- तलवार – खड़ग, करवाल, कृपाण, चन्द्रहास, असि, खंग, शमशीर, खंजर ।
- तांबा – रक्तधातु, ताम्र, तामा, ताम्रक।
- तारा – तारक, नक्षत्र, तारिका नखत उडुगन सितारा।
- तालाब – तड़ाग, सर, जलाशय, सरसि,ताल,पद्माकर, पुष्कर, सरोवर।
- तोता – शुक, सुआ, सुग्गा, कोर, सुअरा, दाडिमप्रिय, रक्ततुंड।
- थन – कुच, स्तन, वक्षोज, उरोज, पयोधर।
- थोड़ा – स्वल्प, अल्प, किंचित्, परिमित, लघु, कम।
- दंगा – उपद्रव, उत्पात, शोरगुल, लड़ाई, झगड़ा, फ़साद।
- दफा – बेर, आवृत्ति, बार।
- दया – कृपा, अनुकंपा, करुणा, अनुग्रह।
- दलना – पीसना, कुचलना, मसलना, नष्ट करना, ध्वस्त करना, तोड़ना, खंडित करना।
- दस्ता – डंडा, सोंटा, छड़ी, टुकड़ी, दल, समूह।
- दास – अनुचर, चाकर, सेवक, नौकर, भृत्य, किंकर, परिचारक
- दिन – अह:, दिवस, वासर, दिवा, वार।
- दीपक – प्रदीप, दीप, दीया, ज्योति, चिराग।
- दु:ख – पीड़ा, व्यथा, कष्ट, संकट, शोक, क्लेश, वेदना, यातना, यंत्रणा, खेद
- दुर्जन – पामर, खल, बदमाश, दुष्ट ।
- दुर्दशा – बुरी, दशा, खराब, हालत, अवस्था, दुर्गति।
- दूध – पय, क्षीर, गोरस, दुग्ध स्तन्य।
- देवता – वृंदारक, अजर, निर्जर, अमर्त्य, अमर, देव, सुर, विबुध, आदित्य।
- दोस्त – बन्धु, मित्र, साथी, यार, सखा, हितैषी, अंतरंग, साखी, जीवन – साथी, मीत, सहायक
- द्रव्य – धन, वित्त, संपदा, विभूति, दौलत, संपत्ति
- द्रौपदी – कृष्णा, पांचाली, सैरंध्री, याज्ञसेनी।
- धन – अर्थ, वित्त, पूँजी, द्रव्य, संपदा, सम्पत्ति, राशि, मुद्रा।
- धनुष – चाप, धनु, कार्मुक, कमान, शरासन, कोदंड, विशिखासन।
- धुन – लगन, झुकाव, लगाव, तरंग, लहर, मौज।
- धूप – घाम, धर्म, निदाघ, आतप, रविप्रभा।
- ध्येय – प्रयोजन, अभिप्राय, लक्ष्य, मकसद, उद्देश्य।
- नदी – सरिता, तटिनी, तरंगिणी, निर्झरिणी, आपगा, निम्नगा, कूलंकषा।
- नदी – सरिता, वाहिनी, अपगा, शैवालिनी, शैलजा, सिंधुगामिनी,तरंगिणी, स्रोतस्विनी, तटिनी।
- नम्र – सुशील, शिष्ट, विनीत, विनयशील, विनयी।
- नसैनी – जीना, सीढ़ी, सोपान।
- नाऊ – हज्जाम, हजाम, क्षौरकार, नाई, नाऊठाकुर।
- नारद – ब्रह्मर्षि, ब्रह्म – पुत्र, देवर्षि, ब्रह्मर्ष।
- नाव – नौका, नौ, जलयान, बेड़ी, डोंगी, नैया, तरिणी,तरी, जल वाहन।
- निखट्टू – निकम्मा, आलसी, अकर्मण्य, निठल्ला।
- निगोड़ा – अकर्मण्य, बेकार, निठल्ला, अभागा, भाग्यहीन, निराश्रम।
- नियति – प्रारब्ध, भाग्य, दैव्य, भावी, होनी।
- निर्धन – धनहीन, दरिद्र, दीन, रंक, कंगाल, गरीब।
- निर्बल – कमजोर, निःशक्त, क्षीण, दुर्बल, दुबला – पतला।
- निवेदन – विनय, अनुनय, विनती, प्रार्थना, गुजारिश, इल्तजा।
- नीरस – फीका, बेरस, बेजायका, अस्वाद।
- नूतन – नव, नवल, नव्य, नवीन।
- नौका – नाव, तरिणी, जलयान, जलपात्र, तरी, बेड़ा, डोंगी, पतंग
- न्यायाधीश – न्यायकर्त्ता, न्यायमूर्ति, जज, धर्माधिकारी।
‘प से म’ तक पर्यायवाची शब्द
- पंकज – कमल, राजीव, पद्म, सरोज, नलिन, जलज।
- पंडित – सुधी, विद्वान, कोविद, बुध, धीर, मनीषी, प्राज्ञ, विचक्षण
- पक्षी – विहंग, विहग, खग, पखेरू, परिंदा, चिड़िया, शकुंत, अंडज, पतंग, द्विज
- पगड़ी – पगिया, मुरैठा, साफा, प्रतिष्ठा, मान – मर्यादा, भेंट, उपहार।
- पति – भर्ता, वल्लभ, स्वामी, आर्यपुत्र
- पत्थर – पाषाण पाहन, उपल, अश्म, शिला, प्रस्तर।
- पत्नी – भार्या, दारा, अर्धांगनी, वामा, गृहिणी, बहू, वधू, कलत्र, प्राणप्रिया
- पथ – मग, मार्ग, राह, पंथ, रास्ता।
- परतन्त्र – पराधीन, परवश,पराश्रित, गुलाम, अधीन।
- परोपकार – परहित, भलाई, नेकी, परकाज, परमार्थ, परार्थ।
- पर्वत – शैल, नग, भूधर, पहाड़, अंचल, महीधर, गिरि, भूमिधर, तुंग, अद्रि।
- पल्लव – किसलय, पर्ण, पत्ती, कोपल, पात।
- पवन – वायु, समीर, हवा, अनिल।
- पानी – जल, वारि, नीर, तोय, सलिल, अंबु, सर।
- पार्वती – गिरिजा, अम्बिका, भवानी, गौरी।
- पिता – तात, जनक, जनयिता, बाप , पितृ।
- पुत्र – बेटा, सुत, तनय, आत्मज, जनज, लड़का, तनुज।
- पुत्री – बेटी, सुता, तनया, आत्मजा, दुहिता, नंदिनी, तनुजा।
- पुष्प – फूल, सुमन, कुसुम, प्रसून
- पृथ्वी – भूमि ,अचला, अनंता ,रसा, विश्वंभरा ,स्थिरा ,धरा ,धरित्री, धरनी ,ज्या, काश्यपि, क्षिति, वसुमति, वसुधा, वसुंधरा ,गोधरा, कुः, पृथिवी ,अवनी ,मेदिनी ,मही, विपुला, गह्वरी, धात्री ,गो, ईला, कुम्भिनी, भूतधात्री ,रतनगर्भा, जगती, अंबरा।
- प्रख्यात – प्रसिद्ध, विख्यात, मशहूर, यशस्वी।
- प्रगति – विकास, उन्नति, श्रीवृद्धि, तरक्की।
- प्रिया – प्रेयसी ,प्यारी ,वल्लभा , प्रभात।
- फसल – शस्य, पैदावार, उपज, खिरमन, कृषि – उत्पाद।
- फूट – मतभेद, मनमुटाव, अनबन, परस्पर, कलह।
- फूल – पुष्प, कुसुम,पुहुप, सुमन, प्रसून।
- बंजर – अनुपजाऊ, अनुर्वर, ऊसर।
- बंदर – कपि, मर्कट ,वानर, कपीस ,शाखामृग।
- बख़ील – कंजूस, मक्खीचूस, कृपण, खसीस, सूम, मत्सर।
- बगीचा – बाग, उपवन, वाटिका ,उद्यान, निकुंज।
- बचपन – बालपन ,लड़कपन ,बाल्यावस्था ,बचपना।
- बसंत – ऋतुराज, ऋतुपति ,मधुमास ,कुसुमाकर।
- बाघ – व्याघ्र ,शार्दुल, चित्रक, व्याल।
- बाण – तीर, शर, विशिख, आशुग, शिलीमुख, इषु, नाराच
- बादल – पयोधर, मेघ, जलधर, बलाहक, अंबुद, वारिद, पयोद, नीरद, घन, जलद, वारिवाह।
- बालिका – गौरी, कन्या ,बेटी ,कुमारी, किशोरी।
- बिजली – चपला, चंचला, दामिनी, सौदामनी, विधुत्, तड़ित, बीजुरी, क्षणप्रभा।
- ब्रह्मा – आत्मभू, स्वयंभू, चतुरानन, पितामह, हिरण्यगर्भ, लोकेश, विधि, विधाता
- ब्रह्मांड – दुनिया ,जगत, विश्व ,संसार ,जगती।
- ब्राह्मण – विप्र, द्विज, भूसुर, भूदेव,बाभन।
- भय – त्रास, भीति, डर, खौफ, आतंक।
- भव्य – शानदार ,रमणीय, दिव्य,मनोहर।
- भारती – वाणी ,वागीश ,वागीश्वरी ,शारदा।
- भ्रमर – अलि, मधुकर,मधुप, सारंग।भोला – सरल, सीधा, निश्छल, अकुटिल।
- मछली – मत्स्य, झख, मीन, जलजीवन, सफरी, झष, जलीय जीव
- मदिरा – सुरा, वारुणी, मद्य, शराब, हाला, दारु, कादम्बरी ।
- मधुप – भ्रमर, अलि, भौंरा, भृंग, षट्पद, मधुकर, द्विरेफ, चंचरीक, मिलिंद ।
- महादेव – शंभु, ईश, पशुपति, शिव, महेश्वर, शंकर, चंद्रशेखर, भव, भूतेश, गिरीश, हर, त्रिलोचन
- मार्ग – रास्ता, पंथ, पथ, बाट, राह, मग, डगर
- मुख – चेहरा, आनन, मुँह, वदन ।
- मुनि – तापस, यति, संत, साधु, संन्यासी, वैरागी।
- मुर्गा – कुक्कुट, ताम्रचूड़, तमचुर, अरुणशिक, अरुणचूड़।
- मुलाकात – मिलन, भेंट, मेल, मिलाप, दर्शन।
- मूँगा – रक्तमणि, रक्तांग, प्रवाल, विद्रुम ।
- मूर्ख – जड़, अज्ञ, मूढ़, निर्बुद्धि ।
- मृत्यु – मरण, निधन, स्वर्गवास, देहावसान, देहान्त ।
- मेंढक – दादुर, दर्दुर, वर्षाभू, मंडूक, भेक, शालूर।
- मेघ – घन, जलधर, वारिद, बादल, नीरद, वारिधर, पयोद, अंबुद, पयोधर
- मैना – चित्रलोचना, सारिका, मधुरालया।
- मोक्ष – कैवल्य, मुक्ति, सद्गति, निर्वाण, परम पद।
- मोती – मोक्तिक, मुक्ता, शशिप्रभ, सीपिज।
- मोर – शिखी, शिव – सुत – वाहन, कलाजी, सारंग, नीलकंठ, केकी, मयूर ।
‘य से व’ तक पर्यायवाची शब्द
- यम – कीनाश, जीवितेश, श्राद्धदेव, दण्डधर, सूर्यपुत्र,
- यमराज – अंतक, धर्मराज, कृतान्त ।
- यमुना – कालिंदी, तरणि – तनुजा, सूर्यजा, अज रवितनया, जमुना, कृष्णा, रविसुता |
- यात्रा – सफर, गमन, तीर्थाटन, प्रयाण, प्रस्थान।
- युद्ध – रण, समर, संग्राम, जंग, लड़ाई।
- युवती – तरुणी, श्यामा, रमणी, प्रमदा, सुंदरी, स्त्री, नारी, औरत, वनिता, कांता, वामा, त्रिया ।
- रजनी – रात्रि, निशा, यामिनी, विभावरी।
- रमा – श्रीकमला, विष्णुप्रिया ,इंदिरा ,लक्ष्मीकांता।
- रश्मि – कर , अंशु, मरीच, मयूख, किरण।
- राजमहल – राजभवन ,राजप्रसाद,राजमंदिर।
- राजा – नृप, नृपति, भूपति, नरपति, भूप, महीप, महीपति, नरेश, राव, सम्राट्
- रात्रि – शर्वरी, निशा, रात, रैन, रजनी, यामिनी, त्रियामा, विभावरी, क्षणदा,
- राधा – हरिप्रिया ,राधिका, ब्रजरानी।
- राम – रघुपति ,राघव ,रघुनंदन ,रघुवर ,सीतापति।
- रावण – लंकेश, लंकापति, दशानन दशकण्ठ।
- लक्ष्मण – लखन, सौमित्र, शेष, अनन्त।
- लज्जा – संकोच, लाज, ह्या, शर्म।
- वज्र – अशनि, कुलिश, पवि।
- वल्लभ – पति, प्रियतम, प्रिया, प्राणनाथ।
- वस्त्र – पट , परिधान, अम्बर, वसन, चीर।
- वाकिफ – ज्ञाता, जानकार, अनुभवी।
- वाणी – वचन, गिरा, भारती,भाषा, बोली।
- वायु – अनिल, समीर, पवन, हवा।
- विद्धवान – कोविद,विज्ञ, सुधी।
- विष – गर्ल, कालकूट, जहर, हलाहल
- विष्णु – गरूड़ध्वज, अच्युत, जनार्दन, चक्रपाणि, विश्वंभर, मुकुंद, नारायण, हृषीकेश, दामोदर, केशव, माधव, गोविंद, लक्ष्मीपति, विभु, विश्वरूप
- वृक्ष – तरु, द्रुम, पादप, विटप, अगम, पेड़, गाछ
‘स से ज्ञ’ तक पर्यायवाची शब्द
- शत्रु – दुश्मन, अरि, रिपु, विपक्षी, अमित्र, अराति, बैरी ।
- शरीर – देह, काया, तन, बदन, कलेवर, गात, विग्रह।
- शिकारी – लुब्धक, बहेलिया, आखेटक, अहेरी, व्याध ।
- शिक्षक – गुरु, अध्यापक, आचार्य, उपाध्याय।
- शिव – त्रिनेत्र, वामदेव, शंकर, पशुपति, महेश, हर, त्रिलोचन, रुद्र, उमापति, महादेव, नीलकंठ, भूतेश, व्योमकेश ।
- शेर – हरि, केसरी, केशी, वनराज, मृगेन्द्र, मृगराज, शार्दूल, सिंह, केहरि, नाहर।
- शेषनाग – धरणीधर, फणीश, सहस्रासन, सर्पपति।
- संध्या – निशारंभ, दिवावसान, दिवसावसान, दिनांत, सांयकाल, गोधूलि ।
- समुद्र – पारावार, पयोधि, नीरधि, वारिधि, उदधि, जलधि, रत्नाकर, सागर, सिंधु, अब्धि, नदीश।
- समूह – समुदाय, वृंद, गण, संघ, पुंज, दल, झुंड, मंडली, टोली, जत्था
- सरस्वती – वाक्, वाग्देवी, भारती, वाणी, शारदा, वीणापाणि, हंसवाहिनी, वागीश्वरी।
- सर्प – साँप, व्याल, पन्नग, अहि, नाग, विषधर, भुजंग, उरग, सरीसृप ।
- सहेली – सखी, सहचरी, सजनी, आली, सैरंध्री।
- साँप – सर्प, नाग, विषधर, व्याल, भुजंग, उरग, अहि पन्नग।
- सागर – समुद्र, उदधि, जलधि, वारिधि, पारावार, सिंधु, नीरनिधि, नदीश, पयोधि, अर्णव, पयोनिधि, रत्नाकर, अब्धि, वारीश, जलधाम, नीरधि।
- सिंह – शेर, वनराज, शार्दूल, मृगराज, व्याघ्र, पंचमुख, मृगेंद्र, केशरी, केहरी, केशी, महावीर।
- सिर – शीश, मुंड, माथा।
- सुंदर – रुचिर, चारु, रम्य, सुहावना, मनोहर, रमणीक, चित्ताकर्षक, ललित,
- सुरभि – सुगंध, इष्टगंध, घ्राण, तर्पण, सौरभ, सुवास ।
- सूर्य – दिनकर, दिवाकर, भास्कर, आदित्य, सविता, अर्क, हरि, रवि, भानु, सहस्रांशु, प्रभाकर, अंशुमाली, दिनेश, मार्तंड, पतंग, पूषा, दिनमणि, अहर्पति, आफताब ।
- सेना – चमू, दल, कटक ।
- सोना – सुवर्ण, स्वर्ण, कंचन, हाटक, कनक, हिरण्य, हेम, जातरूप
- स्त्री – ललना, नारी, कामिनी, रमणी, महिला, वनिता, कांता।
- स्वर – शब्द, ध्वनि, निनाद, रव, मुखर, नाद, घोष।
- स्वर्ग – सुरलोक, देवलोक, द्युलोक, नाक ।
- हंस – चक्रांग, मानसौक, कलहंस, मराल, कारंडव, सरस्वती वाहन।
- हनुमान – अंजनिपुत्र, पवनसुत, वज्रांग, आंजनेय, कपीश, महावीर, मारुत, वज्रांग ।
- हवा – पवन, वायु, समीर, अनिल, वात, मरुत्, पवमान, बयार, प्रकंपन, समी
- हाथी – गज, हस्ती, मतंग, द्विरद, गयंद, सिंधुर, दंती, कुंभी, वितुण्ड ।
- हिमालय – हिमप्रस्थ, हिमांचल, हिमाद्रि, नगाधिराज ।
- हिरण – कुरंग, सारंग, मृग, चमरी, कृष्णसार ।
- हीरा – मणिवर, वज्रमणि, हीरक, कुलिश।
- हृदय – मन, अंतस, दिल, कलेजा, उर, हिय, वक्ष ।
- क्षण – अदिष्ट, अवसर, उत्सव, काल, घड़ी, छन, छिन, मौका, दण्ड, निमेष, प्रसंग, पल, बेला, मुहूर्त, वक्त, विरियाँ, समय, समय भाग ।
- क्षत – आघात, काटना, क्षति, घायल, घाव, जख्म, नाश, पीड़ित, मारना, फोड़ा, व्रण ।
- क्षति – क्षय, घाटा, नाश, हानि, नुकसान।
- क्षत्राणी – क्षत्राणी, क्षत्रिय पत्नी, क्षत्रिया, क्षत्रियाणी, क्षत्रियी, क्षत्री पत्नी, महारानी, राजपत्नी, रानी, वीरपत्नी, वीरमाता, वीरस्नुषा, वीरा ।
- क्षत्रिय – क्षत्र, क्षत्री, द्विजलिंगी, नाभि, नृप, पार्थिव, बाहुज, मूर्द्धक, मूद्र्धाभिषिक्त, राजन्य, राजा, वर्म, विराज, विराट, वीर, सार्वभौम।
- क्षमता – ताकत, पहुँच, बल, शक्ति, सामर्थ्य,योग्यता।
- क्षमारहित – अक्षम, अशक्त, असमर्थ, क्षमाशून्य।
- क्षमाशील – क्षम, क्षमी, क्षमावान, क्षमित, क्षमिता, तितिक्षु, प्रभूष्णु, शक्त, शान्तियुक्त, सह, सहन, सहिष्णु।
- क्षय – अतिरोग, ऊष्मा, गदाग्रणी, छई, तपेदिक, दिक, नृपामय, यक्ष्मा, राज्यक्षमा, रोगराज, शोष।
- क्षर – अज्ञान, जल, जीवात्मा, नाशवान्, मेघ, शरीर।
- क्षिति – आवास, क्षय, गोरोचन, जगह, पृथ्वी, प्रलय – काल ।
- क्षितिज – अंबरांत, अंबरारंभ, आकाश, आकाश रेख, आकाश षीर्ष, उत्कर्ष, उफुक, उर्ध्वबिन्दु, केंचुआ, खमध्य, खस्वस्तिक, चक्षुपथ, चरमबिन्दु, चोटी, ध्वनिगाही आकाश, नभशीर्ष, निकट आकाश, पराकाष्ठा, पराकोटि, पृथ्वीय आकाश, मंगल ग्रह, दिगंत, दिशान्त, दिशामण्डल, नरकासुर, पेड़, वातावरण, वियत, वृक्ष, शफ़क, शब्दवाही आकाश, शिरोबिन्दु, शीर्षाकाश, सुबिन्दु।
- क्षीण – अल्प, कमजोर, कृष, क्षाम, थोड़ा, दुबला – पतला, बलहीन, बारीक, सूक्ष्म ।