दोस्तों आज हम इस लेख सीखेंगे की भाववाचक संज्ञा के नियम, परिभाषा, एवं उदाहरण क्या है, और साथ ही इसके बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे। इनके उदाहरण के माध्यम से जिससे हमको इसे समझने में आसानी होगी।

भाववाचक संज्ञा क्या होते हैं?
भाववाचक संज्ञा ऐसे शब्दों को कहते हैं जिन शब्दों में से भावना का बोध होता हैं। जैसे की किसी वह किसी पदार्थ, मनुष्य या किसी चीज़ का भाव दर्शाता हो, दशा या उसके अवस्था का बोध करवाता हो उस शब्द को हम भाववाचक संज्ञा कहते हैं।
किसी शब्द के भाव को हम छू नहीं सकते है, उसे केवल हम महसूस कर सकते है और समझ सकते हैं, संज्ञा के इस भावना वाले शब्दों को हम भाववाचक संज्ञा कहते है।
भाववाचक संज्ञा के उदाहरण
बचपन, बुढ़ापा, मोटापा, मिठास, खटास, धर्म, उमंग, चढाई, थकावट, मानवता, चतुराई, जवानी, लम्बाई, मित्रता, मुस्कुराहट, अपनापन, परायापन, भूख, प्यास, चोरी, क्रोध, नीचता, चढाई, उचाई, सुन्दरता आदि।
भाववाचक संज्ञा के उदाहरण वाक्य के साथ
- ईमानदारी से बड़ा कोई धर्म नहीं।
- मेरी लम्बाई मेरे दोस्त से अधिक है।
- सैनिकों के हृदय में देशभक्ति कूट-कूट कर भरी होती है।
- व्यक्ति का बुढ़ापा उसे लाचार बना देता है।
- पूरी टीम उनकी जीत का जश्न मना रही है।
- मैं उसकी सफलता की खबर से खुश था।
- भारत में गरीबी बढ़ रही है।
- दौड़ने से मुझे थकान का अनुभव होता है।
- रमेश और सुरेश की आपस में दोस्ती है।
- विकास की आवाज़ में बहुत मिठास है।
भाववाचक संज्ञा बनाने के नियम
भाववाचक संज्ञा को बनाने के लिए हमें कुछ नियमों का पालन करना होगा।
जैसे संज्ञा, सर्वनाम, जातिवाचक संज्ञा, विशेषण, क्रिया, या अव्यय में अगर हम ता, आस, पा, अ, पन, ई, आव, वट, य, हट, त्व आदि लगाए तो इन्हे हम भाववाचक संज्ञा में बदल सकते है।
संज्ञा से भाववाचक संज्ञा बनाना
- इंसान – इंसानियत
- ईश्वर – ईश्वरत्व
- ईश्वर – ईश्वर्य
- किशोर – किशोरपन
- गुरु – गुरुता
- ग्राम – ग्रामीणता
- चोर – चोरी
- ठग – ठगी
- दानव – दानवता
- दास – दासता
- देव – देवत्व
- नर – नरत्व
- नारी – नारीत्व
- नुष्य – मनुष्यता
- पंच – पंचायत
- पंडित – पांडित्य
- पशु – पशुत्व
- पिता – पितृत्व
- पुरुष – पौरुष
- प्रभु – प्रभुता
- प्रान्त – प्रांतीयता
- बच्चा – बचपन
- बाल – बालपन
- बालक – बालिका
- बालक – बालकपन
- बूढ़ा – बुढ़ापा
- भार – भारीपन
- भ्राता – भ्रातृत्व
- मनुष्य – मनुष्यता
- माता – मातृत्व
- मानव – मानवता
- मित्र – मित्रता
- मित्र – मैत्री
- युवती, युवा – यौवन
- राष्ट्र – राष्ट्रीयता
- लड़का – लडकपन
- वकील – वकालत
- शत्रु – शत्रुता
- शिशु – शैशव
- शिष्य – शिष्यत्व
- शैतान – शैतानी
- स्त्री – स्त्रीत्व
सर्वनाम से भाववाचक संज्ञा बनाना
- अपना – अपनापन/अपनत्व
- अहं – अहंकार
- आप – आपा
- निज – निजत्व
- पराया – परायापन
- माँ – ममता/ममत्व
- सर्व – सर्वस्व
- स्व – स्वत्व
जातिवाचक संज्ञा से भाववाचक संज्ञा बनाना
- अध्यापक – अध्यापन
- आदमी – आदमियता
- इंसान – इंसानियत
- क्षत्रिय – क्षत्रियत्व
- गुरु – गुरुत्व
- घर – घरेलू
- चोर – चोरी
- जाति – जातियता
- डाकू – डकैती
- दनुज – दनुजता
- दानव – दानवता
- दास – दासत्व
- दूत – दौत्य
- देहात – देहाती
- दोस्त – दोस्ती
- नर – नरत्ता
- नारी – नारीत्व
- पंडित – पांडित्य
- पशु – पशुता , पशुत्व
- पात्र – पात्रता
- पुरुष – पुरुषत्व
- प्रतिनिधि – प्रतिनिधित्व
- प्रभु – प्रभुता
- बंधु – बंधुत्व
- बच्चा – बचपन
- बहन – बहनापा
- बालक – बालकपन
- बूढ़ा – बुढ़ापा
- ब्राह्मण – ब्राह्मणत्व
- भाई – भाईचारा
- भ्राता – भ्रातृत्व
- मनुष्य – मनुष्यता
- माता – मातृत्व
- मानव – मानवता
- मित्र – मित्रता
- मूर्ख – मूर्खता
- युवक – यौवन
- राष्ट्र – राष्ट्रीयता
- लड़का – लडकापन
- वकील – वकालत
- विद्वान् – विद्वता
- शत्रु – शत्रुता
- शहर – शहरी
- शास्त्र – शास्त्रीयता
- शिशु – शैशव
- शिष्य – शिष्यत्व
- शैतान – शैतानी
- समाज – सामाजिकता
- साधु – साधुता
- सेवक – सेवा
- स्त्री – स्त्रीत्व
विशेषण से भाववाचक संज्ञा बनाना
- अंध – अधिकार, अँधेरा
- अच्छा – अच्छाई
- अमर – अमरत्व
- अमीर – अमीरी
- अरुण – अरुणिमा
- अशिष्ट – अशिष्टता
- आलसी – आलस्य
- आवश्यक – आवश्यकता
- आसक्त – आसक्ति
- उचित – औचित्य
- उदार – उदारता
- उपेक्षित – उपेक्षा
- ऊँचा – ऊंचाई
- एक – एकता
- कटु – कटुता
- कठिन – कठिनाई
- कठोर – कठोरता
- कायर – कायरता
- काला – कालापन
- काला – कालिमा
- कुशल – कुशलता
- कुशल – कौशल
- क्रोधी – क्रोध
- क्षुब्ध – क्षोभ
- खट्टा – खटास
- खरा – खारापन
- गँवार – गँवारपन
- गंदा – गंदगी
- गंभीर – गंभीरता
- गरम – गर्मी
- गरीब – गरीबी
- गर्म – गर्मी
- गहरा -गहराई
- गुरु – गुरुता , गुरुत्व
- गोरा – गोरापन
- चंचल – चंचलता
- चतुर – चातुर्य, चतुराई
- चिकना – चिकनापन
- चौड़ा – चौडाई
- छोटा – छुटपन
- जंगली – जंगलीपन
- जाग्रत – जागरण
- जाति – जातियता
- टेढ़ा – टेढ़ापन
- ठंडा – ठंडक
- डरावना – डर
- ढीठ – ढिठाई
- तीक्ष्ण – तीक्ष्णता
- तीखा – तीखापन
- तेज – तेजी
- दीन – दीनता , दैन्य
- दुर्बल – दुर्बलता
- दुष्ट – दुष्टता
- धीर – धीरता
- नम्र – नम्रता
- नवाब – नवाबी
- निपुण – निपुणता
- निर्बल – निर्बलता
- नीच – नीचता
- नीचा – निचाई
- नीला – नीलापन
- नूतन – नुत्तनता
- पटु – पटुता
- पथरीली – पथरीलापन
- पागल – पागलपन
- पीला – पीलापन
- प्यासा – प्यास
- प्रयुक्त – प्रयाग
- प्रवीण – प्रवीणता
- प्रसन्न – प्रसन्नता
- फुर्तीला – फुर्ती
- बंध्या – बंध्यात्व
- बड़ा – बड़प्पन
- बहुत – बहुतायत
- बाँका – बाँकपन
- बुद्धिमान – बुद्धिमानी
- बुरा – बुराई
- बूढा – बुढ़ापा
- बेईमान – बेईमानी
- भयानक – भय
- भला – भलाई
- भिन्न – भिन्नता
- भोला – भोलापन
- मधुर – मधुरता, माधुर्य
- महान – महानता
- मीठा – मिठास
- मूढ़ – मूढ़ता
- मूर्ख – मूर्खता
- मोटा – मोटाई
- रांड – रंडापा
- रिक्त – रिक्तता
- रोगी – रोग
- लघु – लघुता
- लम्बा – लम्बाई
- ललित – लालित्य
- लाल – लालिमा / लाली
- लालची – लालच
- लोभी – लोभ
- वक्र – वक्रता
- वाचाल – वाचालता
- विपन्न – विपन्नता
- विरल – विरलता
- विषम -विषमता
- विस्तृत – विस्तार
- वीर – वीरता
- शांत – शांति
- शीघ्र – शीघ्रता
- शीतल – शीतलता
- शूर – शूरता , शौर्य
- श्रेष्ठ – श्रेष्ठता
- संतुष्ट – संतुष्टि
- संतोषी – संतोष
- संपन्न – संपन्नता
- सच्चा – सच्चाई
- सज्जन – सज्जनता
- सफल – सफलता
- सफेद – सफेदी
- सभ्य – सभ्यता
- सम – समता , समानता
- सरल – सरलता
- सरस – सरसता
- सर्द – सर्दी
- साधु – साधुत्व
- साफ – सफाई
- सामाजिक – सामाजिकता
- साहसी – सहस
- साहित्यिक – साहित्य
- सीतल – सीतलता
- सुखद – सुखदायी
- सुन्दर – सुन्दरता, सौंदर्य
- सूक्ष्म – सूक्ष्मता
- सौम्य – सौम्यता
- स्वस्थ – स्वास्थ्य
- हरा – हरीतिमा, हरापन
- हिंसक – हिंसकता
- हीन – हीनता
क्रिया से भाववाचक संज्ञा बनाना
- उठना – उठान
- उड़ना – उड़ान
- उतरना – उतार
- उफना – उफान
- उलझना – उलझन
- कमाना – कमाई
- कूदना – कूद
- कोंधना – कोंध
- खपना – खपत
- खेलना – खेल
- खोजना – खोज
- गाना – गान
- गिड़गिड़ाना – गिड़गिड़ाहट
- गिरना – गिरावट
- घटना – घटाव
- घबराना – घबराहट
- घेरना – घेरा
- चढना – चढाई
- चमकना – चमक
- चलना – चाल , चलन
- चहकना – चहक
- छटपटाना – छटपटाहट
- छपना – छपाई
- छापना – छापा , छपाई
- छींकना – छींक
- छोड़ना – छूट
- जपना – जाप
- जमना – जमाव
- जलना – जलन
- जितना – जीत
- जीना – जीवन
- जोड़ना – जोड़
- जोतना – जुताई
- झुकना – झुकाव
- झुलना – झूला
- टूटना – टूट
- ठगना – ठगी
- तीव्र – तीव्रता
- थकना – थकान
- थकना – थकावट, थकावट
- थिरकना – थिरकन
- दहकना – दहक
- दूर – दुरी
- देखना – दिखावा , दिखावट
- देना – देन
- दौड़ना – दौड़
- धोना – धुलाई
- नाचना – नाच
- पड़ना – पड़ाव
- पढना – पढाई
- पहनना – पहनावा
- पालना – पालन
- पीटना – पिटाई
- पुकारना – पुकार
- पूजना – पूजन
- फिसलना – फिसलन
- फैलाना – फैलाव
- बचना – बचाव
- बढना – बाढ़
- बनाना – बनावट
- बरसना – बारिश
- बहना – बहाव
- बिकना – बिक्री
- बुलाना – बुलावा
- बैठना – बैठक , बैठकी
- बोना – बुवाई
- बोलना – बोल
- बौखलाना – बौखलाहट
- भिड़ना – भिडंत
- भूलना – भूल
- मंद – मंदी
- मरना – मरण
- महकना – महक
- मारना – मार
- मिलना – मिलावट
- मुड़ना – मोड़
- मुसकाना – मुसकान
- मुस्कुराना – मुस्कराहट
- रँगना – रँगाई , रंगत
- रिसना – रिसाव
- रुकना – रुकावट
- रोना – रुलाई
- लड़ना – लड़ाई
- लिखना – लिखावट
- लिखना – लेख
- लुटाना – लूट
- लूटना – लुट
- लेना – लेन
- विकसित होना – विकास
- सजना – सजावट
- समझना – समझ
- सींचना – सिंचाई
- सीना – सिलाई
- सोचना – सोच
- हँसना – हँसी
- हकलाना – हकलाहट
- हारना – हार
अव्यय से भाववाचक संज्ञा बनाना
- दूर – दुरी
- धिक् – धिक्कार
- निकट – नैकट्य
- परस्पर – पारस्पर्य
- पूर्ण – पूर्णता
- मना – मनाही
- समीप – सामीप्य
भाववाचक संज्ञा के उदाहरण
- हमें बुराई से बचाना चाहिए।
- मैं बहुत गुस्सा हूँ।
- जवानी आई है तो बुढ़ापा भी जरूर आएगा।
- अपनी ताकत को कम मत समझो।
- दयालुता एक ऐसी चीज है, जिसकी लगभग हर कोई सराहना करता है।
- जैसे ही सूरज क्षितिज के नीचे डूबा, अंधेरा शहर के ऊपर आ गया।
- सबसे मधुर वात्सल्य रस होता है।
- तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हे आज़ादी दूंगा।
- चंद्रगुप्त मौर्य की वीरता का बखान शब्दों में नहीं किया जा सकता।
- तुम्हारे से मिलने के बाद हमारे स्कूल की यादें ताजा हो गई है।
- सरिता की आवाज बहुत मिठास से भरी है।
- आचार्य चाणक्य की विद्वता का कोई मुकाबला नहीं था।
- हमें याद रखना चाहिए कि एकता में बल होता है।
- एक अच्छे मनुष्य को अहंकार से बचना चाहिए।
- मां की ममता को कोई तोल नहीं सकता।
- चोरी करना गलत बात है।
- मेरा पूरा बचपन खेलने और कूदने में बिता है।
- आज के समय में हमारी दोस्ती मजबूत हो रही है।
- भारत एक अमीर देश है।
- मैं तुम्हे बहुत प्रेम से रखूँगा।
- बगीचे में फूल सुंदर है।
- मेयर का स्वागत करना मेरी खुशी है।
- ईमानदारी व्यक्ति का आभूषण है।
- उसकी गरीबी हृदय को दुखी करती है।
- सावन में चारों ओर हरियाली छा जाती है।
- आज गुड़ की मिठास कुछ कम है।
- मां के मातृत्व की तुलना किसी और से नहीं की जा सकती।
- देश के नागरिकों में राष्ट्रीयता का भाव होना ही चाहिए।
- किसी से भी मित्रता करो तो उसे निभाओ भी।
- किसी का अहित करने में मनुष्यता का भाव खत्म हो जाता है।
- हमारी मित्रता हमेशा याद रहेगी।
- पहलवानों ने अपार मजबूती का प्रदर्शन किया।
- हमें मामले की सच्चाई का पता लगाना होगा।
- वह उन्हें हरा देगी।
- लोगों का बैंक पर से विश्वास उठ गया है।
- एलेक्स को डर था कि वह नीचे गिर जाएगा।
- उसने अपने गुस्से पर लगाम लगाने की कोशिश की।
- यह छात्रावास अपनी सख्ती के लिए जाना जाता है।
- प्रेम बिना एक शब्द के अपने राज्य पर राज करता है।
- ऐसी दयालुता मानव स्वभाव में आपके विश्वास को पुनर्स्थापित करती है।
- अहंकार सफलता का सबसे बड़ा दुश्मन है।
- यह बीमारी मेरी छुट्टियों की योजना को गड़बड़ कर देती है।
- सैनिक ने युद्ध में बहुत साहस दिखाया।
- वह गरिमा और शांत दृढ़ संकल्प के व्यक्ति हैं।
- उसे अच्छी शिक्षा का लाभ मिला।
- एक नए विचार वाला व्यक्ति तब तक सनकी होता है, जब तक वह विचार सफल नहीं हो जाता।
- अब जितनी बुरी किस्मत, उतना ही अच्छा समय।
- उपलब्धि ही जीवन में वास्तविक सुख प्रदान करती है।
- उसके पास न तो प्रतिभा है और न ही सीखने की इच्छा।
- स्वास्थ्य के धन से ऊपर कोई धन नहीं है।
- वह डर के मारे इधर-उधर भटक रहा है।
- उन्होंने अपने देश की खातिर बहादुरी से लड़ाई लड़ी।
- काश मैं किसी से बहुत ज्यादा प्यार कर पाता।
- शो के दौरान बच्चे ने अपनी गायन प्रतिभा दिखाई।
- बीमारी से उबरने के बाद वह कमजोरी महसूस कर रहे थे।
- सशक्त लेखन मेरी ताकत है।
- स्विट्ज़रलैंड की प्राकृतिक सुंदरता मेरे दिल को आकर्षित करती है।
- सफलता को तैयारी पसंद है।
- उसे युद्धक विमान से गिरने का बार-बार सपना आया।
- उसका इतना बड़ा अहंकार था।
- वह अनुग्रह और लालित्य के साथ एक दुबली-पतली महिला थी।
- मेरे पास काम खत्म करने की ऊर्जा नहीं है।
- उन्होंने खेल के प्रति अपना उत्साह खो दिया है।
- उसकी नई कार उसके सभी दोस्तों से ईर्ष्या करती है।
- मैं नहीं मानता कि मनुष्य स्वाभाविक रूप से दुष्ट हैं।
- वह उत्साह के साथ ऊपर-नीचे उछल रहा था।
- पूरी परियोजना पूरी तरह से विफल रही।
- मुझे तुम पर बहुत विश्वास है।
- उसे ऊंचाई से डर लगता है।
- स्वयं को क्षमा करना सबसे कठिन है।
- यह रिश्तों की नाजुकता के बारे में एक फिल्म है।
- क्या हमारे पास पसंद की कुछ स्वतंत्रता है?
- उसने समूह के साथ घनिष्ठ मित्रता बनाई।
- वह अपने मित्रों की उदारता से अभिभूत था।
- मदर टेरेसा की अच्छाई हम सभी के लिए एक उदाहरण है।
- वह अपने सहकर्मियों के बारे में गपशप फैला रहा था।
- वह सहज अनुग्रह के साथ भीड़ में से निकली।
- उन्होंने अपने जीवन में खुशी खोजने के लिए संघर्ष किया।
- मुझे हवाई जहाज से यात्रा करने से नफरत है।
- उसकी ईमानदारी के लिए उसकी प्रशंसा की जानी चाहिए।
- सम्मान के स्थान पर उनका चित्र लटका हुआ है।
- मुझे आशा है कि उन्हें वह मिलेगा जिसके वे हकदार हैं।
- स्कॉटलैंड अपने आतिथ्य के लिए प्रसिद्ध है।
- जब वह गलत होता है तो उसे स्वीकार करने की विनम्रता नहीं होती है।
- उनके पास हास्य की अद्भुत भावना है।
- शादी के अंत तक वह बुरी तरह आहत था।
- यह एक ऐसा शानदार विचार था।
- उसकी कई विशिष्टताओं में से एक किताब को खोलने से पहले उसे हमेशा सूंघना है।
- उनके पति के बारे में आपका क्या प्रभाव था?
- उनकी हालत में अभी भी सुधार की गुंजाइश है।
- किसी को भी उम्मीद नहीं थी कि उनका मोह बना रहेगा।
- वह पागलपन के मुकाबलों से पीड़ित था।
- वह पूर्ण सत्यनिष्ठा के सज्जन व्यक्ति हैं।
- उसने ईर्ष्या में अपने दोस्त का नया खिलौना तोड़ दिया।
- मेरा बचपन खेलकूद में बीता।
- मेरे दोस्त की लम्बाई मेरे से अधिक है।
- मुझे तुम पर काफी गुस्सा आ रहा है।
- मैं तुम से प्रेम करता हूँ।
- इंसानियत के नाते तुम्हें उसकी मदद करनी चाहिए।
- तुमसे मिलके मेरी बचपन की यादें ताज़ा हो गयी।